Untitled

धरती हुई है धानी बरसात का ये मौसम.
कुदरत हुई सुहानी जज्बात का ये मौसम.
खिड़की से झांक लो जी मन मोर नाचने को-
दिखते सभी भगत हैं कुछ बात का ये मौसम..

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